कैंची धाम (Kainchi Dham) भारत के उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य में नैनीताल के पास एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है। यह नीम करोली बाबा के आश्रम के लिए जाना जाता है, जिन्हें एक महान संत और चमत्कारी व्यक्ति के रूप में माना जाता है।
कैंची धाम (Kainchi Dham) एक सुरम्य पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, जो नैनीताल से लगभग 17 किमी और भवाली से 9 किमी दूर है। यह क्षेत्र घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है, जो इसे एक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक स्थान बनाता है।
कैंची धाम कहाँ है? । where is kainchi dham?
कैंची धाम उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं मंडल में नैनीताल जिले में स्थित है। अल्मोड़ा, रानीखेत राष्ट्रीय राजमार्ग 109 में स्थित कैंची धाम लाखों लोगों की आस्था व विश्वास का केंद्र है। यह धाम बीसवीं शताब्दी में जन्मे दिव्य पुरुष बाबा नीम करौली जी द्वारा स्थापित पावन भूमि है।
कैंची धाम जाने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Travel in Kainchi Dham
कैंची धाम में घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अक्टूबर के बीच है। इस समय मौसम सुखद होता है और पहाड़ों का दृश्य बहुत ही मनोरम होता है।
कैंची धाम क्यों प्रसिद्ध है? । Why is Kainchi Dham Famous?
नीम करौली बाबा आश्रम की स्थापना की वर्षगाँठ के अवसर पर हर साल यहाँ 15 जून को एक भव्य मेले और भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमें देश-विदेश से लाखों लोग हिस्सा लेते है। कैंची धाम लाखों लोगों की आस्था व विश्वास का केंद्र है।
कैंची धाम का इतिहास? । History of Kainchi Dham?
कैंची धाम निवासी पूर्णानंद तिवारी जी के अनुसार सन 1942 में एक रात जब वह अपने घर को लौट रहे थे तो खुफिया डांठ नामक एक निर्जन स्थान पर उन्हें एक विशालकाय व्यक्ति कंबल ओढ़े दिखा । पहले तो वह उस व्यक्ति को देखकर डर गए, लेकिन फिर उस व्यक्ति ने उन्हें पास बुलाया, उनका डर दूर किया और 20 साल के बाद वापस लौटने का वादा देकर वह चले गए। यह व्यक्ति बाबा नीम करौली महाराज ही थे।
वादे के अनुसार ठीक 20 साल बाद 24 मई 1962 में रानीखेत से नैनीताल लौटते वक्त बाबा जी अचानक कैंची धाम में रुक गए और सड़क किनारे बने एक पैराफिट में जाकर बैठ गए। और फिर सदा के लिए वही के हो गये। 1962 के बाद बाबा जी कैंची में ही निवास करने लगे। विश्व भर में बाबा नीव करौरी महाराज के नाम से विख्यात इस मंदिर की स्थापना बाबा नीव करौरी ने की थी, जिन्हें कुछ लोग नीम करौली के नाम से भी पुकारते है ।
नीम करौली बाबा का जन्म 1900 के आस-पास उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर में रहने वाले एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। मात्र 11 वर्ष की उम्र में विवाह हो जाने के कुछ समय बाद उन्होंने घर-बार छोड़ दिया और साधु बन गए हालांकि, बाद में उन्होंने कुछ समय गृहस्थ जीवन भी बिताया लेकिन इस दौरान भी उन्होंने खुद को सामाजिक कार्यों में व्यस्त रखा।

इस दौरान वो 3 बच्चों के पिता भी बने, लेकिन गृहस्थ जीवन उन्हें ज्यादा जमा नहीं और 1958 में उन्होंने दुबारा से गृहस्थी त्याग दी थी। 15 जून 1964 को पहली बार उन्होंने यहां पर हनुमान जी की मूर्ति को विधिवत स्थापित किया । हर साल 15 जून को प्रतिष्ठा दिवस या स्थापना दिवस के रुप में मनाया जाता है ।
नीम करौली बाबा हनुमान जी के परम भक्त थे, इसका अंदाज इस बात इस बात से लगाया जाता है कि अपने जीवन काल में उन्होंने देश-विदेश में कुल 100 से भी अधिक मंदिर बनवाए। 1964 में कैंची धाम की स्थापना दो स्थानीय साधुओं प्रेमी बाबा और सोमवारी महाराज के द्वारा की गई थी। तब यहाँ एक चबूतरा बनवाकर हवन किया गया था, फिर कुछ समय बाद यहाँ हनुमान मंदिर की स्थापना भी की गई। नीम करौली बाबा आश्रम की स्थापना की वर्षगाँठ के अवसर पर हर साल यहाँ 15 जून को एक भव्य मेले और भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमें देश-विदेश से लाखों लोग हिस्सा लेते है।
कैंची धाम कैसे जाएं? । How to reach Kainchi Dham?
सड़क मार्ग से रानीखेत कैसे पहुंचें? (By Road) –
“कैंची धाम″ – कैंची धाम जाने के लिए आपको सबसे पहले आपको नैनीताल पहुँचना होगा। जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 9 से होकर जाता है। यहां से आपको कैंची धाम के लिए टेक्सी या प्राइवेट कार मिल जायेगी। आप चाहें तो यहाँ से प्राइवेट कार बुक करके भी आ सकते हैं। नैनीताल से कैंची धाम की दूरी 19.6 किलोमीटर है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है।
ट्रेन मार्ग से रानीखेत कैसे पहुंचें? ( By Train ) –
कैंची धाम का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में स्थित है। यहां पहुँचने के बाद टैक्सी या प्राइवेट कार से आप कैंची धाम पहुँच सकते हैं। काठगोदाम रेलवे स्टेशन से कैंची धाम 37.4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है। इसमें आपको 1 घंटे 30 मिनट का समय लग जाएगा।
हवाई मार्ग से रानीखेत कैसे पहुंचें? ( By Air ) –
कैंची धाम के लिए कोई हवाई अड्डा नहीं है, लेकिन अगर आप हवाई मार्ग से आना चाहते हो तो आप केवल पंतनगर एयरपोर्ट आ सकते है। पंतनगर एयरपोर्ट से आप गाड़ी या प्राइवेट कार की मदद से कैंची धाम बहुत आसानी से पहुँच सकते हो। पंतनगर एयरपोर्ट से कैंची धाम 71.3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है। पंतनगर एयरपोर्ट से कैंची धाम पहुचने में आपको गाड़ी से करीब 02 घंटे, 20 मिनट का समय लग जाता है।
तरीका | मार्ग | दूरी | अवधि | लागत (आशानुसार लागत सीमा) |
---|---|---|---|---|
बस मार्ग (Roadways) | दिल्ली से मथुरा के बस स्थल तक बस सेवाएं उपलब्ध हैं | लगभग 160 किलोमीटर | लगभग 3 – 4 घंटे | Rs. 200 – Rs. 800 |
रेल मार्ग (Railways) | दिल्ली से मथुरा जंक्शन तक ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं | लगभग 150 किलोमीटर | लगभग 2 – 3 घंटे | Rs. 300 – Rs. 1500 |
कैंची धाम का तापमान और ऊंचाई? । Kainchi Dham temperature and altitude
कैंची धाम समुद्र तल से 4593 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। गर्मियों के समय में कैंची धाम का तापमान 22 डिग्री तक चले जाता है वहीं सर्दियों में यह 02 डिग्री तक चले जाता है। नैनीताल से 19.6 किलोमीटर की दूरी पर ही कैंची धाम भी पड़ता है जहां पर बाबा नीम करोली जी का आश्रम शिप्रा नदी किनारे स्थित है।
अगर आपका कभी नैनीताल जाने का प्लान बनता है तो यहां से आप कैंची धाम भी जा सकते हैं और वहां पर बाबा नीम करोली के आश्रम के दर्शन करके वापस नैनीताल निकल सकते हैं या फिर आप रानीखेत भी जा सकते हैं।नैनीताल से कैंची धाम की दूरी 19.6 किलोमीटर है।
महीना | न्यूनतम तापमान (°C) | अधिकतम तापमान (°C) |
---|---|---|
जनवरी | 7 | 22 |
फ़रवरी | 10 | 25 |
मार्च | 15 | 31 |
अप्रैल | 20 | 37 |
मई | 25 | 42 |
जून | 27 | 39 |
जुलाई | 26 | 34 |
अगस्त | 26 | 33 |
सितंबर | 24 | 34 |
अक्टूबर | 19 | 33 |
नवंबर | 13 | 28 |
दिसंबर | 8 | 23 |
कैंची धाम में घूमने के प्रमुख स्थान?
- वृन्दावन (Vrindavan)
- गोकुल (Gokul)
- मतुरा (Mathura)
- बरसाना (Barsana)
- नंदगाँव (Nandgaon)
- राधाकुंड (Radhakund)
- महावन (Mahavan)
- काम्पिल्य (Kampil)
- देवक (Devaki)
- निधिवन (Nidhivan)
कैंची धाम किस जिले में स्थित है?
कैंची धाम उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं मंडल में नैनीताल जिले में स्थित है।
कैंची धाम का निकटतम हवाई अड्डा कौन सा है?
कैंची धाम का निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर एयरपोर्ट है।
नैनीताल से कैंची धाम की दूरी कितनी है?
नैनीताल से कैंची धाम की दूरी 19.6 किलोमीटर है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है।
पंतनगर एयरपोर्ट से कैंची धाम की दूरी?
पंतनगर एयरपोर्ट से कैंची धाम 71.3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है। पंतनगर एयरपोर्ट से कैंची धाम पहुचने में आपको गाड़ी से करीब 02 घंटे, 20 मिनट का समय लग जाता है।
नैनीताल से कैंची धाम जाने के लिए कौन सा राष्ट्रीय राजमार्ग है?
नैनीताल से कैंची धाम की दूरी 19.6 किलोमीटर है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 109 से होकर जाता है।
कैंची धाम किस नदी के किनारे स्थित है?
कैंची धाम आश्रम शिप्रा नदी किनारे स्थित है।
कैंची धाम का नाम कैंची धाम क्यों पड़ा?
इस स्थान का नाम कैंची मोटर मार्ग के दो तीव्र मोडों के कारण रखा गया है । इसका धाम का कैंची से कोई संबंध नहीं है।
कैंची धाम मंदिर किस को समर्पित है?
कैंची धाम मंदिर बाबा नीम करोली को समर्पित है।
कैंची धाम की स्थापना कब हुई?
15 जून 1964 को कैंची धाम की स्थापना हुई।
रानीखेत से कैंची धाम की दूरी कितने किलोमीटर है?
रानीखेत से कैंची धाम की दूरी 38 किलोमीटर है।