दोस्तों आज के इस लेख में मैं आपको बताने वाला हूं कि आदियोगी कहां स्थित है यह क्यों प्रसिद्ध है और यहां किस माध्यम से जाया जा सकता है, नजदीकी हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन कौन-कौन से हैं यह सब इस लेख में, में आपको बताऊंगा एक-एक करके। तो चलिए ध्यान से इस लेख को पढ़िए।
महाकालेश्वर मंदिर कहाँ स्थित है? । Where is the Mahakaleshwar Temple located?
नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम आपको बताएंगे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की। जो मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन जिले में स्थित है। जिसे प्राचीन समय में अवंतिका नगर के नाम से भी जाना जाता था। इस स्थान पर महाकालेश्वर मंदिर शिप्रा नदी के किनारे स्थित है। यहां बसते हैं हम सभी के बाबा महाकाल इस प्रसिद्ध स्थान को महाकाल की नगरी के नाम से भी जाना जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Travel in Mahakaleshwar Temple ?
महाकालेश्वर मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च और सितंबर से अक्टूबर के महीने हैं। इन महीनों में मौसम सुहाना होता है और दर्शन करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
महाकालेश्वर मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? । Why is Mahakaleshwar Temple famous?
भारत के मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर कई कारणों से प्रसिद्ध है –
- यह बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव के सबसे पवित्र निवास स्थान हैं।
- लिंगम रूप में पीठासीन देवता, शिव को स्वयंभू माना जाता है, जिसका अर्थ है स्वयं प्रकट।
- यह मंदिर 18 महा शक्ति पीठों में से एक है, ऐसा माना जाता है कि सती देवी के शरीर के अंग उनकी मृत्यु के बाद यहां गिरे थे।
- महाकालेश्वर मंदिर अपनी अनूठी भस्म आरती के लिए जाना जाता है, यह एक अनुष्ठान है जो हर सुबह 4:00 बजे अंतिम संस्कार किए गए शवों की राख का उपयोग करके किया जाता है।
- यह मंदिर महाशिवरात्रि के त्योहार के दौरान हिंदुओं के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल भी है।
इन धार्मिक कारणों के अलावा, महाकालेश्वर मंदिर अपनी स्थापत्य सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। मंदिर परिसर छठी शताब्दी ईसा पूर्व का है और सदियों से विभिन्न शासकों द्वारा इसका जीर्णोद्धार और विस्तार किया गया है। यह मंदिर वास्तुकला की नागर शैली में बनाया गया है और अपनी जटिल नक्काशी और मूर्तियों के लिए जाना जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर हिंदुओं और अन्य पर्यटकों के लिए एक अवश्य देखने योग्य स्थान है। यह एक ऐसा स्थान है जहां कोई भी भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत का अनुभव कर सकता है।
महाकालेश्वर मंदिर का इतिहास | History of Mahakaleshwar Temple?
भारत के मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर का इतिहास बहुत लंबा और गौरवशाली है। मंदिर का उल्लेख पुराणों और वेदों सहित कई प्राचीन हिंदू ग्रंथों में किया गया है। इन ग्रंथों के अनुसार, मंदिर की स्थापना सबसे पहले हिंदू धर्म के निर्माता देवता प्रजापिता ब्रह्मा ने की थी।
ऐसा माना जाता है कि मंदिर को सदियों से कई बार नष्ट किया गया और फिर से बनाया गया। विनाश का पहला दर्ज उदाहरण 13वीं शताब्दी ईस्वी में था, जब दिल्ली के सुल्तान इल्तुतमिश ने उज्जैन पर आक्रमण किया और मंदिर को नष्ट कर दिया। मंदिर का पुनर्निर्माण 12वीं शताब्दी में परमार वंश के राजा उदयादित्य और नरवर्मन द्वारा किया गया था।
16वीं शताब्दी ईस्वी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा मंदिर को फिर से नष्ट कर दिया गया था। हालाँकि, इसका पुनर्निर्माण 18वीं शताब्दी ईस्वी में मराठा जनरल राणोजी शिंदे द्वारा किया गया था। मंदिर की वर्तमान संरचना इसी काल की है।

महाकालेश्वर मंदिर सदियों से हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल रहा है। यह बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव के सबसे पवित्र निवास स्थान हैं। यह मंदिर अपनी अनोखी भस्म आरती के लिए भी जाना जाता है, यह एक अनुष्ठान है जो हर सुबह 4:00 बजे अंतिम संस्कार किए गए शवों की राख का उपयोग करके किया जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल है। यह एक ऐसी जगह है जहां कोई भी भारत की समृद्ध विरासत का अनुभव कर सकता है।
महाकालेश्वर मंदिर की ऊंचाई और तापमान?
महाकालेश्वर मंदिर समुद्र तल से 2,134 मीटर (7,000 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और तापमान –
महीना (Month) | न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) | अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) |
---|---|---|
जनवरी (January) | 10°C | 25°C |
फरवरी (February) | 12°C | 28°C |
मार्च (March) | 15°C | 32°C |
अप्रैल (April) | 20°C | 36°C |
मई (May) | 25°C | 40°C |
जून (June) | 28°C | 42°C |
जुलाई (July) | 27°C | 38°C |
अगस्त (August) | 26°C | 37°C |
सितंबर (September) | 24°C | 36°C |
अक्टूबर (October) | 19°C | 33°C |
नवंबर (November) | 14°C | 29°C |
दिसंबर (December) | 11°C | 26°C |
महाकालेश्वर मंदिर कैसे जाएं? | Mahakaleshwar Mandir Kaise Jaye
उज्जैन शहर में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग बस से जाने के लिए, मध्य प्रदेश के सभी छोटे-बड़े शहरों से बस की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ये बसें मध्य प्रदेश रोडवेज की है। अगर आप चाहें तो प्राइवेट बस से भी आसानी से उज्जैन तक पहुंच सकते हैं। और महाकालेश्वर मंदिर का दर्शन कर सकते हैं।
हवाई मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर कैसे जाए? | How to reach Mahakaleshwar temple by air in hindi
अगर आप हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट “महारानी अहिल्या होलकर हवाई अड्डा” इंदौर एयरपोर्ट है इस एयरपोर्ट की टिकट आपको अपने राज्य के मुख्य एयरपोर्ट से आसानी से मिल जाएंगे। यहां से बाबा महाकाल मंदिर की दूरी लगभग 56 किलोमीटर है। यहाँ से आप बस, टैक्सी या केब लेकर आसानी से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। इसमें आपको 1 घंटे से 1.5 घंटे का समय लग सकता है।
रेल मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर कैसे जाए? | How to Reach Mahakaleshwar Temple by Train in Hindi
अगर आप रेल मार्ग से जाना चाहते हैं तो उजैन देश के सभी छोटे बड़े स्टेशनों से कनेक्टेड है। उज्जैन रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है यहां से आप ऑटो रिक्शा में ₹15 से ₹20 किराया देकर मंदिर के प्रांगण पर आराम से पहुंच जाएंगे। यहां आपको 24 घंटे यातायात के साधन उज्जैन स्टेशन के आसपास देखने को मिलेंगे।
सड़क मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर कैसे जाए? | How to Reach Mahakaleshwar Temple by Road in Hindi
उज्जैन जाने के लिए अगर आप सड़क मार्ग से जाना चाहते हैं तो यहां पर आपको सड़क बहुत ही अच्छी देखने को मिलेगी जिसमें आप 4-व्हीलर या टू-व्हीलर से जा सकते हैं। पर्सनल वाहन से आने वाले को सभी वाहनों को पार्किंग की सुविधा भी मिल जाएंगी।
यदि आप बाय रोड पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा से आते हैं तो आप MPSRTC की सार्वजनिक बस का लाभ उठा सकते हैं। यह बसे एमपी के सभी जिलों से उज्जैन के लिए सेवा प्रदान करती है।जब आप मंदिर पहुंच जाएंगे तो यहां पर आपको चारों और महाकाल के भक्तगण दिखाई देंगे जोकि अपने जयकारों व भक्ति में लीन रहते हैं। यह माहौल, देखकर आपके शरीर के अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी।
बाइक और कार से महाकालेश्वर मंदिर कैसे पहुंचे । How To Reach Mahakaleshwar By Bike And Car In Hindi
आप अपनी बाइक और कार से आसानी से महाकालेश्वर आ सकते हैं बशर्ते बाइक में आपके लिए थोड़ा दूर हो सकता है और बाइक का सफर चौपहिया वाहन के मुकाबले थोड़ा मुश्किल रहता है क्योंकि ठंड के मौसम में बाइक में सफर करना ज्यादा सफल नहीं रहता है और ज्यादा गर्मी में भी धूल मिट्टी और बारिश के चलते भी यात्रा विफल हो सकती है, इसलिए अगर आप बाइक या कार से आने की सोच रहे हैं तो आप या तो गाड़ी बुक करके आइए या तो अपने दोस्त या रिश्तेदार की कार से शेयरिंग में यहां आ जाइए।
4th June 2023 katha place