शिमला, जो कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी है, इसके मौसम और नजारों ख़ासकर बर्फबारी को देखकर किसका मन नहीं होता होगा कि वो शिमला न जाए। हर कोई ही एक न एक बार शिमला जरूर जाना चाहता है, और इसके लिए हमें एक परफेक्ट प्लानिंग की जरूरत है, यानि शिमला किस सीजन में जाया जाए, वहां पर घूमने के लिए कौन कौन सी जगहों पर जाया जाए और वहां रुकने की क्या व्यवस्था होनी चाहिए। यह सब परफेक्ट प्लानिंग कर के हम अपने शिमला के ट्रिप को आसान और आनंदमय बना सकते हैं।
शिमला कहाँ है? | Where is Shimla?
हिमालय की मध्य श्रृंखला में स्थित, शिमला एक सुंदर हिल स्टेशन है जो पर्यटकों के बीच पसंदीदा है। यह हिमाचल प्रदेश की राजधानी है। शिमला की भौगोलिक स्थिति इसकी सुखद जलवायु परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार है। भारत में, शिमला का स्थान एक आदर्श छुट्टी पर जाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। गर्मियों के साथ-साथ सर्दियों में भी इसका अपना आकर्षण होता है।
शिमला जाने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Travel in Shimla?
बेहतर होगा कि आप शिमला में 2 दिन ही रुकें क्योंकि शिमला में घूमने के लिए ज्यादा जगहें नहीं है और जितनी जगहें हैं आप उनको 2 दिन में कवर कर सकते हैं। 2 दिन शिमला रुकने के बाद आप यहां से मनाली निकल सकते हैं। अब देखते हैं कि शिमला में घूमने लायक कौन कौन सी जगहें हैं।
सबसे पहले आपको बता दें कि अगर आप शिमला गए हैं और आपने यहां भंडारे के खाने का स्वाद नहीं चखा, तो मज़ा नहीं है। शिमला में तारा देवी मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाता है, जो कि शिमला से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां भंडारे का आयोजन हफ़्ते में सिर्फ 2 दिन यानी रविवार और मंगलवार को ही होता है, तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा।
शिमला क्यों प्रसिद्ध है? | Why is Shimla Famous?
शिमला को “पहाड़ों की रानी” के नाम से पुकारने में कोई भी संकोच नहीं कर सकता। इसका प्रमुख कारण यह है कि यह ब्रिटिश शासकों का प्रिय आवास स्थल था। इसके अलावा, शिमला का प्राकृतिक सौंदर्य, ठंडी आत्मा और प्राचीन धार्मिक स्थलों का भी आकर्षण है।
चलिए अब आपको बताते हैं शिमला के प्रसिद्ध स्थान के बारे में जो हैं कुफरी। जो की स्नो एक्टिविटीज के लिए फेमस है, जैसे कि याक राइडिंग, हॉर्स राइडिंग, स्कीइंग आदि। अगर आप अगस्त या सितंबर में शिमला जाते हैं तो आप कुफरी को अवॉइड कर सकते हैं क्योंकि इस समय पर कुफरी में बर्फ नहीं रहती है। कुफरी में बर्फ पड़ने का समय नवंबर दिसंबर और जनवरी में होता है।
शिमला में घूमने के लिए अगला स्थान है, झाकू मंदिर जो कि शिमला से ही दिखाई देने लगता है क्योंकि यहां पर बजरंग बली जी की एक खड़ी प्रतिमा है जो कि काफ़ी ऊंची है। यह शिमला से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर परिसर में पहुंचने के लिए पैदल मार्ग और रोपवे दोनो ही उपलब्ध हैं।
ये जगहें तो शिमला से कुछ दूरी पर स्थित हैं, अब बात करते हैं शिमला के ही स्थानों की। शिमला में सबसे फेमस है द मॉल रोड। ये स्थान शॉपिंग के लिए फेमस है। यहां पर आपको अनेक प्रकार का सामान जैसे हैंडलूम, हैंडक्राफ्ट आदि मिल जायेगा।
मॉल रोड से थोड़ा आगे जाने पर द रिज एंड स्कैंडल प्वाइंट आता है। यहां से सनसेट का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है, साथ ही यह एक खुला स्थान है जहां पर आपको बहुत ही सुन्दर रिजॉर्ट्स और बिल्डिंग्स देखने को मिलेंगी। तो ये जगह फोटोशूट आदि के लिए भी अच्छी रहेगी।
इसके साथ ही मॉल रोड से लगा एक बाजार है जिसका नाम है लक्कड़ बाज़ार। यहां पर मिलने वाली सारी चीजें सिर्फ लकड़ी से बनी होती हैं। यहां आपको लकड़ी से बनी नई-नई और अलग चीजें देखने को मिलेगी। इससे आगे जाकर आता है एडवांस स्टडी, जिसका पूरा नाम है Indian Institute Of Advance Studies और जिसे राष्ट्रपति निवास के नाम से भी जाना जाता है। यह शिमला से 4 किलोमीटर दूर है। यह एक प्रकार से एक म्यूजियम है जहां पर ब्रिटिश काल की सारी सामग्रियां दिखने को मिलती हैं। राष्ट्पति का निवास स्थान यहीं हुआ करता था। यहां की एंट्री फीस सिर्फ 50 रुपए है। तो आप यहां जाकर देख सकते हैं की किस प्रकार से इसे बनाया गया है।
शिमला का इतिहास | History of Shimla?
शिमला अपने प्रशंसकों के लिए पहाड़ों की रानी के रूप में भी जाना जाता है, यह हिमाचल प्रदेश राज्य की राजधानी है। शिमला नाम देवी श्यामला देवी से लिया गया है, जो देवी काली का स्वरूप हैं। इस खूबसूरत शहर का इतिहास 18वीं शताब्दी में शुरू हुआ जब ब्रिटिश सेना ने गोरखाओं को हराकर इस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया। इससे पहले, इस क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पर घने जंगल का कब्जा था। उस समय सभ्यता की एकमात्र निशानी जाखू मंदिर और कुछ बिखरे हुए घर ही थे। इसलिए, शिमला के इतिहास को दो चरणों में विभाजित किया जा सकता है, ब्रिटिश काल और भारतीय स्वतंत्रता के बाद।

भारतीय स्वतंत्रता के बाद, नए शहर के निर्माण तक शिमला पंजाब की राजधानी बनी रही, जिसे चंडीगढ़ के नाम से जाना जाता था। चंडीगढ़ पंजाब की नई राजधानी बन गया। विभिन्न जिलों के बहुत सारे पुनर्गठन के बाद, 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश राज्य का जन्म हुआ। यह राज्य 28 रियासतों के विलय का परिणाम था जो इस क्षेत्र में स्थित थीं। 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान के लागू होने पर हिमाचल प्रदेश को भाग सी राज्य घोषित किया गया था। 1956 में, हिमाचल प्रदेश एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया। अंततः 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश संघीय भारत का अठारहवाँ राज्य बन गया और शिमला को राज्य की राजधानी घोषित किया गया।
सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग से शिमला कैसे पहुँचे? | How to Reach Shimla?
शिमला पहुंचने के लिए 3 माध्यम उपलब्ध हैं, फ्लाइट, ट्रेन और बाय रोड। यदि आप बाय रोड या अपनी पर्सनल गाड़ी से शिमला आते हैं तो आप आसानी से इंडिया के किसी भी कोने से शिमला आ सकते हैं। अब बात करें बाय फ्लाईट शिमला आने की तो आपको बता दें कि देश के बड़े शहरों या इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शिमला के लिए फ्लाइट्स अवेलेबल नहीं हो पाती हैं। अब सवाल ये आता है की यदि शिमला नहीं तो पहले कहां तक फ्लाईट मिल सकती है।
तो आपको बता दें कि अगर आप किसी दूर के स्थानों जैसे मुंबई, आंध्रप्रदेश, गोवा आदि से शिमला आ रहे हैं तो आपको पहले चंडीगढ़ एयरपोर्ट तक की फ्लाईट लेनी होगी। फिर चंडीगढ़ से आप बाय रोड शिमला जा सकते हैं। इसके लिए आपको यहां पर बहुत सी बस मिल जायेगी। हालांकि , यदि आप लोकल हैं, यानी आप पंजाब, अमृतसर, हरियाणा आदि पास की जगहों से शिमला आते हैं तो यहां से आपको शिमला तक की डायरेक्ट फ्लाईट मिल जायेगी। इन जगहों से शिमला की दूरी लगभग 200-250 किलोमीटर है।
बाय ट्रेन शिमला कैसे जाएं?
अब बात करते हैं बाय ट्रेन शिमला पहुंचने की। इसमें आपको 2 ऑप्शंस मिल जायेगे। पहला ऑप्शन तो यह है कि आप सबसे पहले अपने स्थान से हिमाचल प्रदेश के कालका रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। यहां से आप शिमला बाय रोड भी जा सकते हैं पर कई लोगों को गाड़ी में जाने में अनेक दिक्कतें होती हैं, तो आप अपने कंफर्ट के हिसाब से यह देख ले। कालका रेलवे स्टेशन से शिमला तक भी आपको ट्रेन उपलब्ध हो जाएगी, पर यह कोई Broad Gauge Train नहीं है यानि यह कोई Express Train नहीं है, बल्कि Meter Gauge पर चलने वाली ट्रेन है।
ट्रेन का रिजर्वेशन
इस ट्रेन की रिजर्वेशन प्रणाली भी अलग है। जैसे हम अन्य ट्रेन का रिजर्वेशन करवाते हैं जैसे स्लीपर, AC आदि, इनकी बुकिंग की डेट लगभग 4 महीने पहले शुरू हो जाती है। इस ट्रेन की रिजर्वेशन ठीक 1 महीने पहले शुरू हो जाती है। यानि जैसे आप 1 सितंबर को शिमला जा रहे हैं तो आपको रिजर्वेशन 1 अगस्त को करवाना पड़ेगा। चूंकि इस ट्रेन की बुकिंग जल्दी हो जाती है, तो आपको 1 दिन भी देरी नहीं करनी चाहिए। क्यूंकि अगर आप वेटिंग मेंरिजर्वेशन करते हैं तो वो कन्फर्म नहीं हो पाता है, इस प्रकार आपको नुकसान हो सकता है।
कालका से शिमला की दूरी?
रोमांचक बात तो यह है कि कालका से शिमला तक का सफ़र करते हुए आपको बहुत सारे अच्छे नजारे देखने को मिलेंगे। कालका से शिमला की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है और इस ट्रेन से जाने में आपको 4-5 घंटे लग जायेगे, जबकि बाय रोड जाने पर आपको लगभग 3 घंटे लगेंगे। दूसरी तरफ आपको कालका से शिमला जाने के लिए बस या टैक्सी भी मिल जायेगी। जहां टैक्सी का कॉस्ट 2000-2500 तक है, वहां बस का कॉस्ट लगभग 150-200 रुपए पड़ेगा।
अब अगर बात करें दूसरे ऑप्शन की तो, इसके लिए सबसे पहले आपको चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन आना होगा और फिर यहां से आपको चंडीगढ़ के सेक्टर 43 बस स्टैंड, जो कि एक बहुत बड़ा बस स्टैंड है और चंडीगढ़ का मेन बस स्टैन्ड माना जाता है, जाना होगा, जो की चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से सेक्टर 43 बस स्टैन्ड की दूरी लगभग 18-20 किलोमीटर है। यहां से आपको शिमला के लिए डायरेक्ट बसे आसानी से मिल जायेगी। यहां से शिमला की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है, जो कि आपकी 3-4 घंटे में पूरी हो जाएगी।
तूतीकांडी बस स्टैंड
ध्यान रखें कि यदि आप हिमाचल प्रदेश की सरकारी बसों से यात्रा कर रहे हैं तो इस स्थिति में आपका किराया तो कम रहेगा, पर चूंकि हिमाचल में रोड पहाड़ों को काट कर बनाई गई है तो इस कारण से इसमें बहुत कर्व मिलेंगे, जिससे कि आपको दिक्कत आ सकती है। शिमला बस स्टैंड तूतीकांडी बस स्टैंड नाम से जाना जाता है, जो कि यहां का नया बस स्टैंड है और यहां से आपको मनाली के लिए भी बस मिल जाती है। इसके साथ ही शिमला का अपना पुराना बस स्टैंड भी है। टूटी कांडी बस स्टैंड से शिमला शहर 5-6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
मोड | मार्ग | दूरी | अवधि | लागत (लगभग रेंज) |
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हवाई मार्ग (Airways) | दिल्ली से शिमला | लगभग 360 किमी | 1.5 घंटे | ₹2,500 – ₹5,000 |
रेल मार्ग (Railways) | दिल्ली से कालका और फिर शिमला | लगभग 350 किमी (कालका से शिमला) | 8-10 घंटे | ₹300 – ₹1,500 |
सड़क मार्ग (Roadways) | दिल्ली से NH5 और NH5 एच से शिमला | लगभग 340 किमी | 7-9 घंटे | ₹800 – ₹1,800 |
शिमला की ऊंचाई और तापमान?
शिमला समुद्र तल से लगभग 2,206 मीटर (7,238 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, तापमान –
महीना | उच्चतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) |
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जनवरी | 15 | -3 |
फरवरी | 15 | -2 |
मार्च | 20 | 3 |
अप्रैल | 25 | 7 |
मई | 29 | 11 |
जून | 27 | 14 |
जुलाई | 24 | 16 |
अगस्त | 23 | 16 |
सितंबर | 22 | 14 |
अक्टूबर | 20 | 10 |
नवंबर | 17 | 5 |
दिसंबर | 14 | 1 |
शिमला से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित 10 स्थल | 10 Places Located Within 10 Kilometers of Shimla
- जाकू मंदिर – यह मंदिर शिमला के सबसे ऊँचे पर्वत जाकू पर स्थित है और यहाँ से आपको शानदार परिदृश्य दिखेगा।
- काली बारी मंदिर – यह मंदिर काली माता को समर्पित है और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है।
- जखू मंदिर – यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और इसकी सुंदरता और आवास का आनंद लिया जा सकता है।
- शिमला गांव – यह गांव प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय जीवन का एक छोटा सा प्रतिष्ठान है।
- चड़डर वाटरफॉल – यह वाटरफॉल प्राकृतिक खूबसूरती के साथ हमेशा चिंता मुक्ति का आभास कराता है।
- कुफ्री – यह स्थल मौसम की आदर्श तापमान और बर्फबारी के लिए प्रसिद्ध है।
- चाली वाटरफॉल – इस वाटरफॉल का दृश्य दर्शनीय है और यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लेने का एक आदर्श स्थल है।
- फागू वैली – यह स्थल प्राकृतिक सौंदर्य के साथ स्थानीय जीवन का आदर्श तस्वीर प्रस्तुत करता है।
- ग्रीन वैली – यह स्थल वनस्पति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवेंचर स्पोर्ट्स – यह संस्थान विभिन्न प्रकार की एडवेंचर गतिविधियों का आयोजन करता है और यहाँ परिपूर्ण आवास सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
शिमला ट्रिप में बजट कितना लगेगा?
अंत में बात करते हैं शिमला के इस ट्रिप के बजट की। शिमला की ऐवरेज ट्रिप का खर्चा (रहने, घूमने और खाने का) लगभग Rs. 5000-6000 आयेगा। ध्यान रखे की यह 3- 4 लोगों के एक परिवार का खर्चा है। इसमें आपके ट्रेन वगेरह का खर्चा इनक्लूड नहीं है क्योंकि वो आपके ऊपर है की आप ट्रेन में सफर करते समय कैसी फैसिलिटीज ले रहें हैं।