आंध्रप्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर काफ़ी प्रसिद्ध है। यदि आप भी तिरुपति जाने की योजना बना रहे हैं या आपका भी वहां दर्शन करने का विचार है तो ये जानकारी आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकती है। इसमें हम जानेंगे कि तिरुपति कैसे और कब जाया जाए, वहां जाने का खर्चा कितना होगा, रुकने की क्या व्यवस्था होगी, वहां कौन सी जगहों पर घूमना है।
तिरुपति बालाजी मंदिर कहाँ है? | Where is Tirupati Balaji Mandir?
तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्र प्रदेश, भारत में स्थित है। यह मंदिर तिरुपति नगर के शीर्ष पर स्थित है और अपने आकर्षक स्थलीयता के लिए प्रसिद्ध है।
तिरुपति बालाजी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Travel in Tirupati Balaji Mandir?
तिरुपति बालाजी मंदिर की यात्रा का सही समय वर्ष के विभिन्न महीनों में अलग-अलग होता है। धार्मिक दृष्टिकोण से, चैत्र मास में ब्रह्मोत्सव और दीपावली के आसपास जाना उत्तम माना जाता है। साथ ही, मौसम की दृष्टि से भी सितंबर से फरवरी के बीच यात्रा करना अच्छा रहता है, क्योंकि तब मौसम शानदार और सुहावना होता है।
तिरुपति बालाजी मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? | Why is Tirupati Balaji Mandir Famous?
तिरुपति बालाजी मंदिर की लोकप्रियता के कई कारण हैं, एक कारण यह है कि यह भारत में सबसे अधिक देखे जाने वाले तीर्थ स्थलों में से एक है। हर साल लाखों लोग तिरुपति बालाजी की तीर्थयात्रा करते हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
तिरुपति बालाजी की लोकप्रियता का एक कारण यह भी है कि यह मंदिर बहुत भाग्यशाली माना जाता है। बहुत से लोग मानते हैं कि यदि आप मंदिर में बालाजी की पूजा करते हैं, तो आपको सौभाग्य और भाग्य का आशीर्वाद मिलेगा। लोगों का यह भी मानना है कि देवता बहुत शक्तिशाली हैं और आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
तिरुपति बालाजी की लोकप्रियता का एक अन्य कारण यह भी है कि इसे भारत के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। तिरुपति बालाजी को हिंदू विष्णु के अवतार के रूप में पूजते हैं, जो हिंदू देवताओं में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। यह, इस तथ्य के साथ कि मंदिर एक पवित्र पर्वत पर स्थित है, तिरुपति बालाजी को एक बहुत ही पवित्र स्थल बनाता है।
अंत में, तिरुपति बालाजी की लोकप्रियता यह है कि यह मंदिर बहुत सुंदर और शांतिपूर्ण है। ऐसा कहा जाता है कि तिरुपति का वातावरण बहुत पवित्र और शांत है, और कई लोग जब मंदिर जाते हैं तो उन्हें शांति का एहसास होता है।
तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास | History of Tirupati Balaji Mandir?
तिरुपति बालाजी मंदिर की प्राचीनता का उल्लेख कई साहित्यिक कृतियों और कई पवित्र ग्रंथों या पुराणों जैसे वराह पुराण और बविष्योत्तर पुराण में किया गया है। दक्षिणी भारत पर शासन करने वाले सभी प्रमुख राजवंश जैसे कांचीपुरम के पल्लव (9वीं शताब्दी), तंजौर के चोल (10वीं शताब्दी), मदुरै के पांड्य (14वीं शताब्दी) और विजयनगर के शासक (14वीं और 15वीं शताब्दी) उत्साही रहे हैं। भगवान वेंकटेश्वर के भक्तों ने मंदिर के लिए बहुत बड़ा योगदान और दान दिया है।

1517 में, विजयनगर सम्राट कृष्णदेवराय ने अपने मंदिर दौरे के दौरान सोना और गहने दान किए, इस प्रकार मुख्य गर्भगृह – आनंद निलयम को सोने से मढ़वाया गया। मराठा जनरल राघोजी प्रथम भोंसले ने मंदिर का दौरा किया और मंदिर में पूजा के संचालन के लिए एक स्थायी प्रशासन की स्थापना की।
सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग से तिरुपति बालाजी मंदिर कैसे पहुँचे? | How to Reach Tirupati Balaji Mandir?
- ट्रेन – सबसे पहले हम बात करेंगे बाय ट्रेन तिरुपति बालाजी पहुंचने की। यहां का नेयरेस्ट रेलवे स्टेशन तिरुपति ही है, लेकिन यहां पर सारी ट्रेन का स्टॉपेज नही है। इसका मतलब यह है कि जरूरी नहीं है कि जिस शहर से आप आ रहे हो वहां की ट्रेन का स्टॉपेज तिरुपति में हो या वो ट्रेन वहां रूके। चूंकि और ट्रेन का स्टॉपेज यहां हो सकता है पर लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन का स्टॉपेज होना यहां तय नही है। इस स्थिति में आप दूसरा ऑप्शन चुनें, जो कि है रेणुगुंटा जंक्शन रेलवे स्टेशन। ये स्टेशन तिरुपति से 7 किलोमीटर पहले पड़ता है।
- बस – इन दोनो रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने पर आपको वहां पर तिरुमाला तिरुपति बालाजी के ट्रस्ट की बसें आपको मिलेंगी। रेणुगुण्टा रेलवे स्टेशन से हो सकता है कि हर 1 घंटे के अंतराल में तिरुपति बालाजी के लिए आपको बस मिले। पर तिरुपति रेलवे स्टेशन से आपको लगभग हर 25-30 मिनट के अंतराल में बस मिल जायेगी।
- फ्लाईट – दूसरी तरफ अगर बात करें बाय फ्लाईट तिरुपति आने की, तो तिरुपति में इंटरनेशनल एयरपोर्ट मौजूद है , जहां से आगे आप बाय रोड तिरुपति बालाजी मंदिर तक जा सकते हैं। साथ ही अगर आप अपनी फैमिली के साथ तिरुपति आ रहे हैं और आपके पास अपनी पर्सनल गाड़ी है तो आप बाय रोड भी तिरुपति आ सकते हैं।
Mode | Route | Distance | Duration | Cost (Approx. Range) |
---|---|---|---|---|
वायुमार्ग (Airways) | चेन्नई से तिरुपति | लगभग 130 किमी | 1 घंटा | Rs. 2,500 – Rs. 5,000 |
रेलमार्ग (Railways) | चेन्नई से रेलमार्ग के द्वारा तिरुपति | लगभग 150 किमी | 3-4 घंटे | Rs. 300 – Rs. 1,000 |
सड़कमार्ग (Roadways) | चेन्नई से नेशनल हाईवे 71 द्वारा तिरुपति | लगभग 150 किमी | 4-5 घंटे | Rs. 800 – Rs. 1,500 |
अगर आपको बस नहीं मिलती है तो क्या करें?
यदि आपको तिरुपति रेल्वे स्टेशन से बस नहीं मिलती तो चिंता की कोई बात नही है। यहां से लगभग 400 मीटर की दूरी पर सेंट्रल बस स्टैंड है, जहां से आपको डायरेक्ट तिरुमाला के लिए बस मिल जाती है। जहां तिरुपति रेलवे स्टेशन के पास से तिरुमाला तक बस का किराया लगभग 30 रूपए है, वहीं रेणुगुंटा से तिरुमाला तक बस का किराया लगभग 40 रुपए तक होता है। दूसरी तरफ अगर बात करें बाय फ्लाईट तिरुपति आने की, तो तिरुपति में इंटरनेशनल एयरपोर्ट मौजूद है , जहां से आगे आप बाय रोड तिरुपति बालाजी मंदिर तक जा सकते हैं।
इन दोनो रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने पर आपको वहां पर तिरुमाला तिरुपति बालाजी के ट्रस्ट की बसें आपको मिलेंगी।रेणुगुण्टा रेलवे स्टेशन से हो सकता है कि हर 1 घंटे के अंतराल में तिरुपति बालाजी के लिए आपको बस मिले। पर तिरुपति रेलवे स्टेशन से आपको लगभग हर 25-30 मिनट के अंतराल में बस मिल जायेगी।
तिरुपति बालाजी मंदिर की ऊंचाई और तापमान?
तिरुपति बालाजी मंदिर समुद्र तल से लगभग 162 मीटर (531 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, तापमान –
महीना | उच्चतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) |
---|---|---|
जनवरी | 30 | 18 |
फरवरी | 32 | 19 |
मार्च | 35 | 21 |
अप्रैल | 37 | 24 |
मई | 40 | 26 |
जून | 38 | 27 |
जुलाई | 34 | 26 |
अगस्त | 33 | 25 |
सितंबर | 33 | 24 |
अक्टूबर | 32 | 23 |
नवंबर | 31 | 21 |
दिसंबर | 30 | 19 |
तिरूमाला क्या है?
तिरुपति बालाजी का मंदिर एक पर्वत पर स्थित है, जिसे तिरूमाला कहा जाता हैं। तिरुपति रेल्वे स्टेशन से तिरुपति बालाजी मंदिर के बीच की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है, जबकि रेणुगुंटा रेल्वे स्टेशन से तिरुपति बालाजी मंदिर तक की दूरी लगभग 30 किलोमीटर तक है।
तिरुमाला जाने वाले रास्ते पर पर्वत चढ़ने से पहले एक चैकपोस्ट पड़ता है। यहां पर सभी यात्रियों के समान और पूरी बस की चैकिंग की जाती है। इसके बाद परमिट मिलने पर फिर से बस को तिरुमाला के लिए रवाना किया जाता है। आपका ये सफ़र लगभग 1 घंटे में तय हो जायेगा। पर्वत पर होने के बावजूद भी आपको तिरूमाला किसी शहर से कम नहीं लगेगा।
तिरुपति बालाजी में रुकने की व्यवस्था कैसे होगी?
तिरुमाला तक बस का सफ़र पूरा होने के बाद जब आप बस स्टैंड पर उतरेंगे तो वहां पर ठहरने के लिए आपको पास में ही स्थित CRO Office में जाकर पता करना होगा की वहां कोई रूम अवेलेबल हैं या नहीं। यहां पर रूम का किराया काफ़ी कम है। आपको बता दें कि यदि आप 3 बेड का रूम लेते हैं तो उसका एक दिन का किराया मात्र 50-100 रुपए तक ही होगा। और यदि आप ज्यादा लोग हैं और आपको ज्यादा स्पेस चहिए तो 5 बेड का रूम आपको लगभग 150 रुपए तक अवेलेबल हो जायेगा। इस प्रकार आप CRO Office में जाकर रूम बुक करवा सकते हैं। पर भीड़ ज्यादा होने की वजह से आपको काफ़ी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ सकता है।
तिरुपति बालाजी के दर्शन किस तरह से करना उचित रहेगा?
कहा जाता है कि तिरुपति बालाजी के दर्शन करने से पहले वहां पर मौजूद बारहस्वामी जी के दर्शन करने चाहिए। तो आप भी बारहस्वामी जी के दर्शन करने के बाद ही तिरुपति बालाजी के दर्शन करें। बारहस्वामी मंदिर के पीछे की और एक कुंड है जहां आप स्नान के पश्चात बारहस्वामीजी के दर्शन कर सकते हैं।
मन्दिर परिसर में बारहस्वामी मन्दिर के पास में ही एक भोजनालय स्थित है जहां पर नाश्ते का समय 9-11 बजे तक होता है और 11 बजे से ही दोपहर का भोजन भी शुरू हो जाता है जो की शाम के 4 बजे तक चलता है। साथ ही 1 घंटे के अंतराल के बाद शाम 5 बजे से रात के 10 बजे तक रात्रि भोजन का कार्यक्रम भी शुरू हो जाता है। यह भोजनालय निरंतर रूप से चलता रहता है और यहां कोई अवकाश नहीं होता है। तो आप भी यहां जाकर तिरुपति बालाजी का प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं जो की काफ़ी स्वादिष्ट होता है।
बालाजी के दर्शन करने से पहले आपको एक एक्सेस कार्ड बनवाना पड़ेगा, जिसे ई-पास भी कहा जाता है। अगर आप शाम के समय दर्शन करने जाते हैं तो इसकी जरूरत नहीं पड़ती है। फिर भी आप किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए ये एक्सेस कार्ड बनवा सकते हैं जो कि बिना किसी राशि के यानि फ्री में बन जाता है। इसके लिए आपके पास अपना कोई भी आइडेंटिफिकेशन कार्ड जैसे आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट आदि होना अनिवार्य है।
तिरुपति बालाजी दर्शन करने में कितना समय लगेगा?
तिरुपति में दर्शन करने में लगभग 24-36 घंटे तक लग जाते हैं। यह आंकड़ा तब का है, यदि आप ऑन सीजन या किसी प्रकार के त्यौहार के समय वहां जाते हैं। यहां पर आपको दर्शन के लिए लाइन में खड़े रहते हुए ही मंदिर के ट्रस्ट द्वारा सारी सुविधाएं दी जाती हैं, जैसे की नाश्ता पानी आदि। साथ ही वहां पर सोने की व्यव्स्था भी मिल जाती है। वहां पर सोने के लिए स्टेयर्स बने हुए हैं जहां पर आप आराम से सो सकते हैं।
दर्शन के समय लाइन में लगे हुए ही आपको यहां पर एक काउंटर मिलेगा जिसे लाडू प्रसाद काउंटर कहा जाता है। यहां पर टोकन के जरिए आपको 2 लड्डू 20 रुपए और 4 लड्डू 70 रुपए में दिए जाते हैं। ये लड्डू दर्शन करने के बाद अलग से बाहर स्थित काउंटर पर आपको टोकन के जरिए दे दिया जायेगा।
तिरुपति बालाजी की मूर्ति के आसपास लिक्सी भी प्रकार की लाइट्स नही लगाई गईं हैं केवल दीप के द्वारा ही यहां पर रोशनी दी जाती है। ध्यान रखें कि तिरुपति बालाजी मंदिर के अंदर मूर्ति के पास आपको किसी भी प्रकार का मोबाइल, कैमरा आदि ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी तो बेहतर होगा कि ये चीजें आप अपने रूम या लॉकर में ही छोड़ दें।
तिरुपति बालाजी मंदिर के लिए क्या रहता है ड्रेस कोड?
अब बात करें ड्रेस कोड की तो पहले पुरुषों को यहां पर सिर्फ धोती ही पहननी पड़ती थी, पर वर्तमान में इस चीज पर कोई रोक टोक नहीं है। यदि आप तिरुपति जाते हैं तो आपको कम से कम 2 दिन यहां रुकना ही चहिए, क्यूंकि आपको दर्शन करने में समय लग सकता है तो उसी हिसाब से आप अपना बैकअप रखें।
तिरुपति बालाजी के दर्शन के पश्चात तिरुमाला से वापस तिरुपति आने पर आप तिरुपति में स्थित पद्मावती माता मंदिर के दर्शन भी जरूर करें। यह मंदिर तिरुपति रेलवे स्टेशन से लगभग 8-10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर ज्यादा भीड़ नहीं होती है तो आप आराम से पद्मावती माता के दर्शन कर सकते हैं।
तिरुपति में और भी कई मन्दिर मौजूद हैं जिनके आप दर्शन कर सकते हैं। इसके लिए आप कोई ऑटो बुक कर सकते हैं जो की आपको यहां के सारे धार्मिक स्थलों की सैर करा देगा। इस सैर का कुल किराया लगभग 600-800 रूपए तक ही रिक्शा वाला आपसे लेगा। इन धार्मिक स्थलों में मुख्य गोविंद राजा स्वामी मन्दिर, श्री कोंडाद्रमा स्वामी मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, श्री राम मंदिर हैं।
तिरुपति बालाजी जाने का कुल खर्चा कितना आएगा?
तिरुपति बालाजी की इस ट्रिप के कुल खर्चे की बात करें तो रेलवे या फ्लाईट के खर्चे और आपकी पर्सनल शॉपिंग का खर्चा अगर हम हटा दे, तो सिर्फ यहां पर 2 दिन रहने, खाने और घूमने का कुल खर्चा लगभग 1000 रुपए प्रति व्यक्ति ही आएगा, क्यूंकि यहां पर आपको रूम काफी कम दाम पर मिल जाते हैं और जैसे कि यहां खाने की पूरी व्यवस्था मन्दिर के ट्रस्ट द्वारा की जाती है तो इसमें मुश्किल से ही कोई खर्चा होता है।
तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कैसे करें?
बात करें रूम की ऑनलाइन बुकिंग की तो यह भी आप करा सकते हैं। पर आपको बता दें कि बुकिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल 90 दिन पहले खुलता है और यहां पर भी रूम काफी जल्दी बुक हो जाते हैं, क्यूंकि तिरुपति जाने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की ऑफिशियल वेबसाइट tirumala .org है, तो यहां से आप अपनी ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। इसके साथ ही आप 90 दिन पहले बुकिंग करके दर्शन का स्पेशल पास भी ले सकते हैं, जिसमें 1 पास की फीस लगभग 300 रुपए तक होती है। यही स्पेशल पास आप ऑफलाइन भी ले सकते हैं पर उसके लिए आपको 3 घंटे पहले लाइन में लगना होगा।
यदि आपको आनलाइन या ऑफलाइन किसी भी तरीके से रूम नहीं मिलता है तो घबराने की कोई बात नहीं है। CRO Office के पास में ही एक बहुत बड़ा हॉल है, जहां पर आपको अपना सामान रखने के लिए लॉकर अवेलेबल हो जायेगा। अगर आप प्राइवेट हॉटल लेने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें कि आपको तिरुमाला में एक भी प्राइवेट होटेल्स देखने को नहीं मिलेंगे। यहां पर सिर्फ संस्था द्वारा बनाए गए विश्राम गृह हैं।
जैसा कि आपको पता ही होगा की तिरुपति में लोगो के द्वारा अपने बालों का अर्पण किया जाता है। तो इसके लिए आपको वहीं हॉल के पास बहुत सारे नाई दिखने को मिलेंगे, जहां लोग अपने बालों का मुंडन संस्कार करवाते हैं।